बहुत दिनों से सोच रहा था कि एक ऐसा ब्लॉग बनाऊँ जिसमें जो भी जी करे लिखा जा सके। लेकिन उसके नाम को सोचने में अरसा गुजर गया। बहुत से नाम सर्च किए पर अनुपलब्धता की सूचना हर बार मिलते रही। फिर सोचा कि नाम में क्या रखा है। तो बलॉग का यूआरएल अपने ही नाम से रखते हुए अपनी बात नाम से एक ब्लॉग बना डाला। मेरा खेत खलियान ब्लॉग कभी आपने पढ़ा होगा तो आपसे परिचय पुराना है।
शिवनारायण
नोटबंदी और सब्जी की फसल
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- *शिवनारायण गौर*
*नोटबंदी* को लगभग महीना भर गुजर गया है। अब स्थितियां पहले से बेहतर हुई
हैं। एटीएम पर लाइन पहले से थोड़ी छोटी हो गई है। हालांकि ...
8 वर्ष पहले
अपनी बात देखकर खुशी हुई। कुछ ताजा ताजा लिखकर डालो। शुभकामनाएं। और ये शब्द पुष्टिकरण हटाओ जी।
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